Ghazal | 03


तेरे बिना ये दिल, सूनसान सा लगता है

खामोशियों की चादर, हर सांस में लिपटा है.


तेरी यादों का साया, हर पल मेरे संग है

खुशियों के नाम पर, बस एक दर्द का रंग है.


आँखों में बरसात है, दिल में हैं बिखरे ख्वाब

तू जो गई है जब से, हर रंग है उदास.


वो लम्हे, वो बातें, अब सिर्फ ख्वाब बन गईं

तेरे जाने के बाद, ज़िंदगी बस अधूरी लगने लगी.


हर सुबह तेरे नाम से, हर रात तेरे बिना

अब तो ये दिल भी कहता है, तन्हाई मेरी सज़ा!


Bạn đang đọc truyện trên: AzTruyen.Top