धन्यवाद

" जो शब्द कम हो तो,

तौं मेरे प्रेम रख लेना,

सब है तुम्हारा है,

मेरा है ही क्या,

जो मैं सफल हो जाओ,

तो पास बुला लेना । "

आपने जो कुछ भी दिया है उसके लिए धन्यवाद| रहे आप मुझमे और मैं आपमे।

हरि कृष्ण

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