तेरे जाने से

नम आँखों होने लगी तेरे दूर जाने से
मेरी सांसे भी कम होने लगी तुझसे जुदा होने पे
घुटने लगा मेरा दम सुने बाग में
टूटने लगा दिल तुझे खोने से
दिल ने तेरे बिना जीना सीखा ही नहीं

क्यों अलविदा तू मुझे कह रहा है
मेरी ज़िन्दगी के मायने छिन रहा है
एक पल भी तूने मेरे बिना गुज़ारा था क्या तुमने
कैसे ना करूँ गिले शिकवे तुमसे
दिल ने तेरे बिना जीना सीखा ही नहीं

वीरान हो गयी दुनिया मेरी
सज़ा मुझे क्यों मिली तुझसे इश्क़ करने की
आँखों ने सोना भूला दिया है
तुझसे मिलने की रहा तकता रहता है
दिल ने तेरे बिना जीना सीखा ही नहीं

_ पलक

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