भाग-6
11.वो मुलाकात
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थम गईं साँसे उस मुलाकात में।
जी भरकर नाचे वो चाँदनी रात में।
सुनकर दिल तडपने लगा जानेमन,
तुमने ये क्या कह दिया बात ही बात में।
बक रहा है आज जाने क्या-क्या ये दिल ,
बुरा मत मानना बंदा है आज जज्बात में।
आज शब्द गायब हैं लब खामोश हैं,
आप ही बताओ क्या करे दुर्लभ हालात में।
गुमसुम से बैठकर कर रहे उनका इंतजार,
अब आप ही बताओ क्या है हमारे ख्यालात में।
देख तू 'कश्यप' उनकी आँखों में झाँककर,
अपना ही चेहरा दिखेग उनके अश्कों की बरसात में।
-अरूण कश्यप
12.हमारे प्यार को
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हमारे प्यार को ना भुला देना आप।
प्यार का शीश ना कटा देना आप।
आकर इस जमाने के बहकावे में कभी,
दिल किसी गैर से ना लगा लेना आप।
दूँगा साथ में आपका हर वक्त हर लम्हाँ,
है कसम किसी मोड पर ना दगा देना आप।
बड़ी मशक्कत से संवारी है अपनी दुनिया,
इस दुनिया को हँसकर ना जला देना आप।
अगर करें कोई गुस्ताखी तो सजा के काबिल,
बेवजह कभी हमें ना सजा देना आप।
पुकार लेना 'कश्यप' गर फंसों कभी अकेले,
हमसे ही खुद को ना छिपा देना आप।
-अरूण कश्यप
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