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किसी रोज़
हमारी बस एक मुस्कुराहट से
आप हमारा दर्द जान लिया करती थी
आज कल तो
"कैसे हो?" पूछने पर भी
सच जान नहीं पाती।
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हमारी बस एक मुस्कुराहट से
आप हमारा दर्द जान लिया करती थी
आज कल तो
"कैसे हो?" पूछने पर भी
सच जान नहीं पाती।
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