20
जमा तो हुए शायरी में जुडने के लिए,
मगर कंकर की तरह बिखर गए,
क्या बताऊँ दास्तां इन शब्दों की,
जो दिल तोड़ कर बरस गए।
Bạn đang đọc truyện trên: AzTruyen.Top
जमा तो हुए शायरी में जुडने के लिए,
मगर कंकर की तरह बिखर गए,
क्या बताऊँ दास्तां इन शब्दों की,
जो दिल तोड़ कर बरस गए।
Bạn đang đọc truyện trên: AzTruyen.Top