152

एक काम से हटकर हम
एक पल में दूसरे पे जाते है
इतना चंचल क्यों है हमारा मन
जो इसे ज़रा सा भी रोक नहीं पाते है?

Bạn đang đọc truyện trên: AzTruyen.Top