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चाहे कितना भी बड़ा बन जा तू
कितनी भी रोशनी फैला तू
ये दुनिया तुझे आधा ही याद रखेगी
ये दुनिया तेरे दाग़ से ही प्यार करेगी
ना, हौसला न छोड़ ए चांद
ये तेरी गलती नहीं है
कल मे घुट के जीने वाले
इन लोगों की बदलाव से बनती नहीं है
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