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हसी भी तुझसे
आँसू भी तुझसे
हर आह बस तुझसे है
दुनिया तो क्या
हम खुदसे भी लडले
यदि राह तू
और मंजिल तुझपे है
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हसी भी तुझसे
आँसू भी तुझसे
हर आह बस तुझसे है
दुनिया तो क्या
हम खुदसे भी लडले
यदि राह तू
और मंजिल तुझपे है
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