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काश उस दिन ऐसा होता
काश उस दिन वैसा होता
काश उस दिन ऐसा होता
काश उस दिन वैसा होता
इसी सोच मे डूबे हम रात को सुबह करते है
नींद पता नहीं कहा छिप गई
नींद पता नहीं कहा छिप गई
आज कल तो हम बस तारे गिना करते है
बस तारे गिना करते है।
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