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आंखों में बसा तुम्हारा ही चेहरा
सांसों पर है अब तुम्हारा ही पेहरा
रूह से निकले बस तुम्हारा ही नाम
धड़कन याद करे यह सुबह शाम
दिमाग पे छाई बस तुम्हारी ही आवाज़
दुनिया के लिए है जो छुपा हुआ राज़
दिल में बसी बस तुम्हारी ही पहचान
जैसे चीखें दुनिया से के बस तुम ही हो मेरी जान
हर पल कहे
मुझसे मेरा ये मन
के तुम ही हो
बस तुम ही हो
इस दिल की धड़कन
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