ये इश्क का दस्तूर है

ये प्यार है,
बीकारार है,
अब हम क्या करे तू ही ये कह दे,
ये नाज़ है,
मेरी दिल का है,
जो कबी तेरे लिए कम न हो पाए,
ये इश्क का दस्तूर है,
जो लाजमी है हमें।

नायब है,
मेरी मुहब्बत,
जो हमेने तुझसे दिल भर के किया है,
गौहर है,
तू मेरा लिए,
जिस्को खोके खुदा न हमे दीया है,
ये इश्क का दस्तूर है,
जो लाजमी है हम।

खफा तोह नहीं,
तेरा दिल मुझसे,
मफ करदेना अगार कोइ गलति होई हो,
आसन तोह नहीं,
मुशकिल बहोत है,
बिन तेरे जी नहीं सकती हु में,
ये इश्क का दस्तूर है,
जो लाजमी है हमे।

— रीशीका सिन्हा
(SavySagittarius)

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