बेटियों को बचाएँगे हम

बेटियों को बचाएँगे हम

जन्म लेने से पहले ही इन्हें,
मार देते है जो,
उन्हें बताएंगे हम,
अब उनको और ना होने देंगे कम,
बेटियों को बचाएँगे हम

जो समझते बेटी को बोझ खुदपर,
ढूंढ लाएँगे उन्हें आसमान चीरकर,
उन्हें बताएंगे हम,
बेटियाँ होतीबेटों से कम
बेटियों को बचाएंगे हम

इनकी रक्षा के लिए हमे,
चाहे लेने पड़े सौ जन्म,
उन्हें बताएंगे हम,
अब पीछेहटेंगे ये कदम,
बेटियों को बचाएंगे हम

~ विप्रांशी सिंह
(Vipranshi Singh)

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