68. Aagaz

आँखो में कई सपने, कई खवाब बुन रहा हूँ,
अपनी जिन्दगी से सारे अहसास चुन रहा हूँ|
हर खवाब पे तेरा, ताना बाना सजा लिया है,

अपने कानो में तेरी सांसों की आवाज सुन रहा हूँ|

तू है तो रुह को सुकून है, तू नहीं तो बेचैनी,
तेरा इश्क क्यों जुनून जैसा, इस बात पे हैरानी|
महसूस कर रहा हूँ, अपने हाथों में तेरा हाथ,
तेरे साथ अपनी जिंदगी का आगाज़ चुन रहा हूँ|

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Hey AmazZzing Pals!!

Tried to write on feeling of love. Hope you ll like it.

Love you all😘

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