Chapter -2
“जिसे देखो ये दीवान का लड़का ही याद रहता है...|” परम परेशानी में lone में आते हुए “मेरे पापा ने ही सबका कर्जा लेकर खाया जो है |”
“Hey Tej, look at us....|” कुछ लडकियाँ चिल्लायी |
परम ने इस तरफ देख तो indian परिधान में कुछ अंग्रेज लडकियाँ pose बनाकर खड़ी थी और सामने Half पेंट में एक लड़का camra की seting कर रहा था |
“Yes – 2....|” लड़का कैमरे का focus लडकियों की सीने पर set करते हुए “yes baby, yes....|”
“Come on tej....|” परम तेज के पीछे खडे हुआ “Come on please....!!” परम ने आवाज दबा ली |
“I am gone – 2....!!!” कैमरे की click के साथ तेज (22) लम्बी साँसे छोड़ने लगा |
“कैसा आया.....?” परम ने कैमरा छीन लिया |
“बहुत ही hot था.....|” तेज ने आखिरी लम्बी साँस छोड़ी |
“फोटो की बात कर रहा हूँ.....|” परम ने उसके परत में कहोनी मारी |
“मै भी उनकी ही बात कर रहा हूँ...|” तेज ने कैमरा वापिस ले last photo को screen पर रोक दिया |
“But ये तो indian styal में है ?” photo में रंग बिरंगे सीन देख परम बोला |
“खींचे भी तो indians के लिए है ना...|” तेज के बोलने के दूसरे ही पल दोनों ही हंसने लगे |
“Ok girls bye....|” परम ने उन्हें bye किया |
सारी लडकियाँ उसे flying kiss देकर निकल गयी |
“कमीने सेल, वहाँ में आंटियों के ताने सुन रहा हूँ और तू यहां गर्म हो रहा है ?” परम ने उसके सर लको पीटना शुरू कर दिया |
“बेटा परम.....|” तेज उसके हाथ पकड़ता हुआ “शस्त्रों में लिखा है, मनुष्य अपना भाग्य ऊपर से लिखवाकर आता है, किसको क्या कर्म करने है किसको क्या, ये नीति पहले ही निर्धारित कर देती है |”
“यार तुम दोनों के साथ रहकर मै जरुर पागल हो जाऊँगा |” परम ने उससे पीछा छुड़ाना चाहा |
“तेज शर्मा अपने जैसा अकेला नमूना इस दुनियाँ में....|” तेज बोला |
“वो चेतना भी अकेली नमूना है इस दुनियाँ में, फटटू कहीं की....| परम बोला |
“फटटू नही, वो तो.....|” तेज बोलने लगा |
“अपनी घटियाँ सोच को limet ने रख और शादी पर ध्यान दे...|” परम ने उसे मारा |
“हाँ – 2 यार, शादी....|” तेज ने कैमरा लटका लिया |
शाम जवान होने के साथ – 2 महमानों में बंगले को भरने का computation चल दिया था | बंगला किसी मेले में तब्दील हो चुका था |
“Oh ho....!!” राजीव बजाज (59 एक लम्बा और पतला आदमी, मानो किसी ने उसका खून चूसकर निकाल दिया हो) hall से बाहर आकर फूलो की लड़ियाँ को ठीक करते हुए “शादी खत्म होने के बाद ये काम निपटोगे ?”
वेटरो के हाथ ओर तेजी से चलने लगे |
“ये आलोक कहाँ मर गया ?” अपने सर के उड़े बालो को खोजते राजिव ने एक नंबर मिलाने लगा |
“आपने मुझे याद किया Dad...?” पीछे से Call cut करते हुए आलोक बजाज (34 बाप से बिलकुल उल्टा, थोडा मोटा और खुशमिजाज) ने पूछा |
“हाँ, आरती उतारनी थी तेरी...!!!” राजिव गुस्से में “तूने ketrs (बावर्ची) के arenjment को देखा ?”
“जी पापा, अभी वही से आ रहा उन, you don”t worry...|” आलोक ने मुस्कुराते हुए बोला |
“Worry तो मै तुझे कर दूँगा, अगर खाने में जरा सी भी शिकायत आयी तो...|” राजीव मानो उसे worning दे रहा हो |”
“आपका BP high पर है, आप relex कीजिये |” आलोक उसे ठंडा करने की कौशिश में “मैं सब सभाल लूँगा |”
राजीव उसे घूरता हुआ जाने लगा |
“Sir मेहमानो के खाने का arenjment कर दे ?” वेटर ने जाते राजीव से पूछा |
राजीव आलोक को घूरने लगा |
“तुम इधर आओ...|” आलोक वेटर को अपने साथ खींचकर ले गया |
राजीव फी से आगे बढ़ा तो अंजली से टकरा गया |
“आप कहाँ जा रहे है, वो सोने के सेट बनवाने को दिए थे, वो सब कहाँ है ?” अंजली ने परेशानी भरे चहरे के साथ पूछा |
अब ये सेट की जिम्मेदारी भी मेरी है क्या ?” राजीव अपने गुस्से को रोकते हुए “पायल को दिए थे, कहाँ है वो (आलोक की पत्नी )...?”
“पर उसने तो मुझे कुछ नही बताया ?” अंजली ने सोचते हुए बोला |
“पूछा तुमने उससे......?” राजीव अपने हाथो के इशाए के साथ खुद को ठंडा रखते हुए बोला |
अंजली आगे बोलने लगी उससे पहले ही राजीव निकल गया |
“मेरी तो कोई सुनने को तैयार नही है |”
परम और तेज आपस में खुसर – फुसर करते एक कमरे की तरफ बढ़ रहे थे |
“Hello boys.......|” पीछे से एक लडकी ने आवाज दी |
“मार डाला रे....!!” बिना मुड़े तेज ने बोला |
“मुझे नही पता था, मेरी सुरत इतनी बुरी है, जो लड़के मेरी तरफ घूमते भी नही....|” पीछे से आवाज आयी |
“घूमना मत, वरना जो काम रात को होने वाला था वो अभी हो जायेगा |” परम को घूमते देख तेज ने उसका हाथ पकड़ लिया |
“Bye the way, what”s yours night plans....?” चमकती लाल रंग की polish वाले नाख़ून वाले हाथ परम के कंधे पर आकर रुक गये |
“हम आज रात blast कर्ण वाले है |” परम को कपकपी चढ़ गयी |
“क्यों ना मैं भी तुम्हें join कर लूँ....?” अब दूसरा हाथ तेज के कंधे पर आ चुका था |
“नही वो तो spacilly हमारे लिए है |” परम का ध्यान हिलती उँगलियों पर था |
“Oh....!!! really......?” आवाज उनके कान के पास आते हुए “I love gay boys...|”
“Really....|” बात का मतलब ना समझते हुए परम खुश हो गया |
“Hey...., एक मिनट....|” तेज ने उसे झटका दिया |
“जैसे ही दोनों पलते, सुनहरी बाल, बादामी कुर्ता, blue जींस और जालीदार चुनरी के साथ लडकियों की ऐडा लिए एक लड़का खड़ा मुस्कुरा रहा था |”
“मम्मी....!!!” परम ने तेज को गले लगा लिया |
“So may i come in tonight...?” चुनरी का पल्लू दाँतो से काटते हुए लड़के ने कुल्हे को मटकाते हुए पूछा |
“One minet...!!” तेज कडक आवाज के साथ “Just behave your self....!!!”
“कहते हुए तेज दौड़ गया | अब परम को पसीना आने लगा था |
“So let”s fun tonight....?” लड़का जैसे ही परम को जकड़ने लगा |
“भाग परम बेटा, वरना आज इज्जत नीलाम हो जाएगी !!!” परम तेज कदमो के साथ दौड़ गया |
“Don”t worry, I will sarch you...!!” दबी आवाज में मदहोशी लिए लड़का side में चल दिया |
तेज और परम दूर जाकर अपनी फूली साँसों को काबू में कर रहे थे |
“तू मेरी इज्जत लुटवाने लाया था यहां...?” तेज ने परम को धक्का मारा |
“मुझे क्या पता था यहां ऐसे भी बम छिपाये हुए है ?” परम अपने कपड़े ठीक कर आगे बढ़ गया |
तेज को लड़के के बारे में सोचकर भी घिन्न आ रही थी |
To be continue......
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